Madan Mohan Saxena's latest posts on IndiVine
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प्यार जीवन की सुन्दर कहानी सी है (4 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
ख्बाबों में अक्सर वह हमारे पास आती है (3 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
देखना है गर उन्हें ,साधारण दर्जें की रेल देखिये (3 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
चार पल की जिंदगी में चाँद सांसो का सफ़र (3 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
आजकल का ये समय भटका हुआ है मूल से (2 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
किसको दोस्त माने हम और किसको गैर कह दें हम (2 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
क़यामत से क़यामत तक हम इन्तजार कर लेंगें (0 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
अब सन्नाटे के घेरे में ,जरुरत भर ही आबाजें (3 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
ग़ज़ल (किस ज़माने की बात करते हो ) (5 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
जिसे देखिये चला रहा है सारे तीर अँधेरे में (3 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
अमन चैन से रहने बाले दंगे से दो चार हुए (3 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
जिसे देखिये मिलता है अब चेहरे पर मुस्कान लिए (3 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
प्रीत मुस्कराई (0 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
अब खुदा बँटने लगा है इस तरह की तूल से (2 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
ग़ज़ल (किस को गैर कहदे हम और किसको मान ले अपना) (2 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
तन्हा रहता है भीतर से बाहर रिश्तों का मेला है (4 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
किसको दोस्त माने हम और किसको गैर कह दें हम (7 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
जियो ऐसे कि औरों को भी जीने का मजा आये (0 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
सांसों के जनाजें को, तो सबने जिंदगी जाना (2 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry -
हर इन्सान की दुनिया में इक जैसी कहानी है (4 votes)
Posted 6 years ago under Offbeat > Poetry