' उत्सव ' नामक युवक -- एक मनोवैज्ञ
'उत्सव' एक बेहद ज़हीन और गोल्ड-मेडलिस्ट युवक है । पिता BHU में mechanical engineering के अध्यापक हैं तथा माता ' मनोविज्ञान' विषय की अध्यापिका हैं।इस युवक ने रुचिका काण्ड के अपराधी - " राठोड " तथा अरुशी काण्ड के अपराधी ' डॉ तलवार ' पर कातिलाना हमला कर स्वयं ही सजा दे दी । दोनों आरोपियों कों न्याय प्रक्रिया की मंथर गति के चलते सजा नहीं हुई और मासूम बच्चियों कों न्याय नहीं मिला।प्रश्न यह है की एक सभ्रांत परिवार के युवक उत्सव ने ऐसा कदम क्यूँ उठाया