इतिहास याद दिलाता है
इतिहास याद दिलाता है
उन क्रान्तिकारी वीर पुरषों की
जो शहीद हुए हैं हंसते हंसते
आज़ादी मिट्टी का खिलौना नहीं
अनायस खरीद ले कोई
वह है मान-ईज्ज़त गरिमा की मूर्ति I
शहीदों ने आज़ादी मांगी थी
देश-देशवासियों की-
वे वंदेमातरम् वंदेमातरम् का नारा लगाया करते थे
सम्रज्यवादों अंग्रजों की नींद हराम कर देते थे
शोषणकारी अत्याचारी शासन के खिलाफ
उनकी बंदूक के सामने सीना तानकर खड़े हो जाते थे
और फाँसी के फंदे को सहर्ष चूम लेते थे
याद करो उन वीरांगना लक्ष्मीबाई की
जिन्हें अंग्रेजों की गुलामी पसंद नहीं आई
और जान की कुर्बानि दे दी I
इतिहास याद दिलाता है
उस स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की
हमें खून दो, खून के बदले में
मैं तुम्हे आज़ादी दूँगा
उस शहीदे आज़म भगत सिंह की
शोषक चाहे अंग्रेज़ हो या भारतीय
वे दोनों ही हमारे दुश्मन है
धर्म उस आफिम की तरह
जो मानव मस्तिष्क को कमज़ोर नपुंसक बना देता है
प्रेरणा लो इन वीर शहीदों से
उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण करने से ही
अपना कर्तव्य पूरा नहीं हो जाता
उनके बताये हुये मार्ग पर चलकर
सदा संघर्षरत होकर उनकी याद ताज़ा रखना होगा
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