दुर्लभ उपहार
अमेरिका के राष्ट्रपति जिमी कार्टर (Jimmy Carter) अपने समय की पाबन्दी के लिए जाने जाते थे. उनके इस गुण का एक कारण, नौसेना में उनकी ट्रेनिंग भी था.
उनकी पत्नि, रोसलिन (Roslynn), जो कार्टर की तरह तो नहीं फिर भी, समय की बहुत पाबंद थी, दोनों के बीच अक्सर इस कारण विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाया करती थी, क्योंकि कार्टर को जरा सी भी देरी पसंद नहीं थी.
१८ अगस्त १९८४, को कार्टर किसी भाषण की तैयारी के लिए अपने अपने अध्ययन कक्ष में गए और समाचारों के लिये रेडियो शुरू किया. जैसे ही उन्होंने रेडियो पर तारीख सुनी, उन्हें याद आया कि आज रोसलिन का जन्मदिन है, लेकिन इतना समय नहीं था कि वे उसके लिये उपहार खरीद सके, अचानक उन्हें एक विचार आया कि क्यों न एक दुर्लभ उपहार भेंट करे.
जिमी कार्टर ने एक कागज पर लिखा, ” जन्मदिन मुबारक! अपने प्यार के प्रमाण के लिये, मै वादा करता हूँ कि आज के बाद मै तुमसे कभी भी समय की पाबन्दी को लेकर नाराज़ नहीं रहूँगा ” उस दिन के बाद कार्टर और रोसलिन के बीच इस बात को लेकर कभी विवाद नहीं हुआ.
सार यही है कि कुछ अलग ढंग से सोचने पर हम जिन्हें प्यार करते हैं उनके लिये कुछ ऐसा दुर्लभ उपहार भी दे सकते हैं जो आपसी संबंधो को और ज्यादा मजबूत कर सके.
heard it sometimes back....
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