दर्पण साह would like you to review his/her blog.
[ http://darpansah.blogspot.com/ ] IndiRank: 47

Prachi Ke Paar...

त्रिवेनियाँ - 2 (1) थोड़ा और ऊँचा उठूँ तो छू ही लूं तुम्हें ,थोड़ा और झुकूं तो तुम्हारी याद हाथ आ जाये.कम्बखत कमर का दर्द न जीने देता है न मरने. (2) अब भी वो चाँद वहीँ पे लटका है देखो .पूर्णमासी थी तब, आज अष्टमी है बेशक .तुम्हारे जन्म दिन पे एक गुब्बारा फुला के टांगा था. (3) हर एक को गरियाती है वो पगली 'खड़ी बाज़ार' वाली ,घूरती भी है और गुर्राती भी है अपनी पथराई आँखों से. गरजने वाले बादल हैं दो, ये बरसते नहीं कभी. (4) अंगूठी से शिनाख्त की एक ने जब ,दूसरी भी झगड़ पड़ी उसके लिए. सब माएँ एक सी ही होती हैं. (5) तेरी ज़ुल्फ़ जब भी खुली मेरे पहलू में, हर बार किसी खजाने की चाभी मिली. तेरे जुड़े के 'हेयर पिन' से कई बार खोला 'दरवाजा' .

Replies 1 to 8 of 8
Nishant Mishra
Nishant Mishra
from New Delhi
15 years ago

दर्पण, तुम्हारा खूबसूरत ब्लौग बहुत पसंद आया. मैं कविता के ब्लौगों पर नज़र ज़रा कम ही डालता हूँ, क्या करूँ, खुद को बड़ा आलोचक जो समझता हूँ न! खैर, मुझे कवितायेँ पसंद आईं. तुम्हारे ब्लौग का टेम्पलेट खूबसूरत है लेकिन अटपटे तरीके से पर्त-दर-पर्त खुलता है. जब हैडर इतना बेहतरीन चुना है तो ब्लौग का टाइटल और उसका डिस्क्रिप्शन थोडा बड़ा तो कर दो भाई! और ये सबसे ऊपर फौलोवार्स दिखने में क्या तुक है, बताओ! ठीक है भाई आपके चाहनेवाले बहुत हैं लेकिन उनकी नुमाइश साइड में ही जमती है, मेरा मतलब, साइडबार में. "पसंद अपनी अपनी, आपके चूहे ने इतने बार कुतरा" इतना मोटा-मोटा, और जो पढने लायक चीज़ है वो छोटी-छोटी!'बारिश' पूरी कहाँ बह पाती है?छतें अब भी गीली हैं देखो.पलकें देखी तुमने मेरी?बहुत सुन्दर! लिखते रहो, मित्र. इस खिड़की में दोबारा झाँकने का मन करता है.

हम भी दिल्ली में ही हैं! कभी मिल्लो!:)

Thanks Bhai , Aaple bataye hue saare updates kar diye hain . Aasha hai aapko acche lagenge !!blog ka tiltle aur uska description isse zayada bada karta hoon to menu bar gayab ho jaata hai !!

Baaki changes aapke kahe anusaar kar diye gaye hain...

Mere blog main aane aur uspe tippani karne ke liye dhanyavaad !!

Nishant Mishra Has Reviwed my blog can you also ,please?

Neeraj Gupta
Neeraj Gupta
from delhi->Bangalore
15 years ago

HI Darpan,

Gud template....short poems.........keep posting....

 

Neeraj Gupta

Http://harikripahai.blogspot.com

sm
sm
from india
15 years ago

darpan

nice pomes,   template is nice  , just try to change font or title

overall good blog.

http://realityviews.blogspot.com/

Naveen kumar
Naveen kumar
from chandigarh
15 years ago
nice template ... small interesting poems/posts .. keep it up !!

Thank you all will try to implement ASAP.

Please do review...

Please REview my hindi blog http://darpansah.blogspot.com

 

Thanks a lot in advance.

Please Review !!

Ambarish Ambuj
Ambarish Ambuj
from Roorkee
15 years ago

acchi rachnayein hain aapki... aur template bhi..

http://ambarishambuj.blogspot.com/