ज़िंदगी हर रोज़ एक पहेली है...

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ज़िंदगी हर रोज़ एक पहेली है, ज़िंदगी उलझे धागों की हथेली है I ज़िंदगी फौलाद की मानिंद एक सिल्ली ह

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Neeraj Kumar

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