यो ले के जिंदगी होई यार|

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राती टेम ब्टी ब्याओ है गे, के नि खे राखो, पगली जे गोई कौ| अब दगड़ी ए रो, पे अब बनौल के खाहूँ | पे इतु साल

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vivek joshi

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