तुम मेरे बुद्दू मैं हूँ तेरी पागल

7

तुम मेरे बुद्दू ,मैं हूँ तेरी पागल मैं बहती नदी,तुम उड़ते बादल

Read this post on guzarish6688.blogspot.com


सरिता भाटिया

blogs from नई दिल्ली