समझदार हो चला.....

6

कभी समंदर तो कभी दरिया बन के कभी आग तो कभी शोला बन के ज़रूरतमंदों ने खूब गले लगाया था मुझे काम आया

Read this post on kavyana.blogspot.com


anamika

blogs from noida