कल की सुबह

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न हो प्रेम पर सियासत न प्रेम करना मुसीबत न हो सवाल रंग, लिंग और मत कल की सुबह भोपाली बस प्रेम हो इंसां की विरासत ये सरहदें कल ...

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Shankar M

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