मजेदार किस्सा है। गुरु हरगोबिंद सिंह जी को मुक्त करने के लिए जहांगीर ने अपने मंत्री वज़ीर खान को तीन बार उनके पास भेजा लेकिन गुरु जी अकेले वहां से नहीं जाना चाहते थे। आखिर चौथी मुलाक़ात में ये तय हुआ कि जो राजा , गुरु जी के वस्त्र को पकड़कर बाहर आएंगे वो मुक्त होंगे।