चाँद की चाह में - “भाग - २”

0

खिड़की से देखकर, इश्क़ की आहट को, मेरा मन रास्ते पर उसे ढूँढने निकल जाता है, और जब पास पहुँचता हैं,

Read this post on aspilledtwilightzz.blogspot.com


Roshan yadav

blogs from Gurugram