भागना परछाइयों के पीछे-पीछे…

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माँ, जीवन से भले ही चली जाए पर जाकर भी नहीं जाती... क्योंकि वो तो हमारे भीतर ही रहती है, हमारे लहू के स

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aradhana chaturvedi mukti

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