‘‘जहाँपनाह मेरा ईनाम?’’ डाक्टर जिंदाल ने फीरान की ओर उम्मीदभरी नज़रों से देखा। ‘‘ईनाम! हाँ तुम्हें हम ज़रूर ईनाम देंगे। मुझे मेरी मौत दिखाने ...
Read this post on hindisciencefiction.blogspot.com