अनुवाद की मारी, बाजार से बेचारी

7

हिंदी बेचारी है या बीमारी ... खैर जो भी है, इतना तो तय है कि हिंदी और हिंदी वाले बीमार-बेकार-बदहाल है।

Read this post on rajneeshprakash.blogspot.com


Rajneesh Prakash

blogs from Delhi

Recommended for you