A message to the leadership in India: तू मेरी आँख में नहीं देखता, मेरे दिल में नहीं झांकता, मेरे कपड़ों में मेरा मज़हब ढूंढ़ता है, क्या हिन्दुस्तानियत की ख़ुश्बू नहीं पहचानता??
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