अगली तनख्वाह हिंदी कविता - सीमित पंक्तियों में बहुत कुछ कहती है।

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पापा की अगली तनख्वाह। पढ़िये यह सुन्दर हिंदी कविता जो यह बखूबी समझाती है कि किस कदर एक व्यक्ति पर परिवार की सभी इच्छाओं को पूरा करने का दारोमदार होता था।

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Ravi Prakash Sharma

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