आईना हूँ एक दिन तो चटक ही जाऊँगा

4

चटकते सब है चटकूँगा मै भी पर , दो चार को आईना दिखा ही जाऊँगा , आईना हूँ एक दिन तो चटक ही जाऊँगा ।

Read this post on rahesafar.blogspot.com


yogesh dixit

blogs from noida