हिंदी दिवस (१४ सितंबर) हर वर्ष आता है और चला जाता है। सप्ताह या पखवाड़े भर व्याख्यान, निबंधलेखन, टकण आदि जैसे कार्यक्रम आयोजित होते हैं। उसके बाद अगले दिवस तक शांति रह्ती है। हिंदी दिवस से हिंदी की दशा बद्ल सकती है क्या? संदेह व्यक्त करते हुए लिखित लेख।