Mandir vahi banayenge, ayodhya, Ram, sita, lakshman, mandir, temple, Hindi, kavita, Poem l, poetry, hindi kavita manch, mere man kee, Rishabh Shukla, ram lala, ram janm bhumi, अब आओ हे राम, अब मुझसे रहा न जाता| एक बार तुम्हें देख अयोध्या, भवसागर तर जायेंगे|| मंदिर वहीं बनाएंगे.... मंदिर वहीं बनाएंगे..... @ऋषभ शुक्ला