यूँ न था बिखरना

2

यूँ न टूटकर, असमय था बिखरना मुझे...छोड़ कर यादें, वो तो तन्हा चला,तोड़ कर अपने वादे, यूँ कह&#...

Read this post on purushottamjeevankalash.blogspot.com


Purushottam Kumar Sinha

blogs from Patna Bihar