तू ही इक मेरे संग

15

सब के संग हर रंग मेरे बस तू ही संग तेरा रंग मेरे अंग अंग राग मेरा अब तेरे ढंग रग-रग में मेरे तेरा भंग à

Read this post on devesh.wordpress.com


Dev B

blogs from Delhi