वक़्त की चाल  .... The movement of Time....

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नाराज़ है वक़्त  शायद  तब ही तो यह करवट बदल रहा है  तख़्त से तख्ती के सफर  के बीच  सिसक सिसक के संभल रह

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Kalyan Mukherjee

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