'वतन हमेशा रहे शादकाम और आजाद, हमारा क्या है हम रहें, रहें, न रहें'

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'मैं हिंदुस्तान कि ऐसी आजादी का ख्वाहिशमंद था जिसमें गरीब खुश और आराम से रहते।

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