एक वज़ूद मेरा भी है

8

"शायद कभी कभी जिंदगी कुछ दायरों में दफन रहना पसंद करती है और इंसान उससे ताउम्र बाहर नही निकल पात

Read this post on aspilledtwilightzz.blogspot.com


Roshan yadav

blogs from Gurugram