चाहत की आड़ में

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उतारा है दिल में खंज़र चाहत की आड़ में, भीगा है मेरा तन - मन अश्कों की बाढ़ में, बूंदें टपक रही हैं, ब

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अरुन शर्मा 'अनन्त'

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