यही दो दिन तो होते हैं, कि मैं नौकर नहीं होता (शुक्र है..शुक्रवार है..#38)

3

शुकर है आज शुक्करवार है, घर खुश मैं जाऊंगा, हंसूंगा, खूब बोलूंगा, थकन सारी मिटाऊंगा.. कोई पिक्चर, को

Read this post on palchhin-aditya.blogspot.com


Aditya Singh

blogs from Hyderabad