Madhushala - Harivansh Rai Bachchan (Part 5)

9

चित्रकार बन साकी आता लेकर तूली का प्याला, जिसमें भरकर पान कराता वह बहु रस-रंगी हाला, मन के चित्र ज

Read this post on yaadein.in


Yashwant

blogs from Hyderabad