Manas Khatri would like you to review his/her blog.
[ http://www.manaskhatri.wordpress.com ] IndiRank: 46

A Poem on 'Engineering': Hasya Poet Manas Khatri

Manas Khatri
Manas Khatri
from Faizabad
14 years ago

कुछ वर्षों पहले बड़ी ही शान के साथ कहा जाता था, की “सामने वाला मकान, Engineer साहब का है”| आज माँ-बाप पढाई के प्रति इतना अधिक सचेत हैं, की बच्चे का नामकरण संस्कार बाद में होता है, वो भविष्य में क्या बनेगा पहले ही तय हो जाता है|Cry मुझे तो संदेह है की कहीं Engineering कोई भयानक बीमारी तो नहीं| अब आप ही देख लीजिए, Virus कितनी तेज़ी से बढ़ रहा है| बच्चा 10th के बाद ही तैयारी करने में लग जाता है| मैंने तो बड़ी ही मुश्किल से पिंड छुड़ाया है, वरना रिश्ते-नातेदारों में फैला Virus हमारे घर भी आ जाता|Frownदेश को लाखों की संख्या में Engineers की ज़रूरत है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता| आज गली-गली खुलते कॉलेजों के बीच Engineering की पढ़ाई एक मज़ाक बन कर रह गई है| आप ने ‘तथास्तु’ सुना होगा, पर “Engineer-आस्तु”?..ये मेरा आशीर्वाद है, हर उस Student को जो दिल से Engineer बनना चाहता है| जो कोई भी Engineer वाली सोंच/प्रतिभा रखता हो वो इस क्षेत्र में खूब तरक्की प्राप्त करे, और हिन्दुस्तान का नाम रोशन करे| तो फिर “Engineer-आस्तु”

http://manaskhatri.wordpress.com/2010/10/12/engineers-song/

Edited 13 years ago
Reason: Hasya Poem
Replies 1 to 3 of 3
really I envy you dude, I hope you won't mind me calling like that. Having your say in your career. Your talent is remarkable. If I had my say in my career I would be in Vegas probably a waiter or somethin. But this is life. Carry on Manas
Manas Khatri
Manas Khatri
from Faizabad
13 years ago

धन्यवाद प्रमोद जी|

Vadan M
Vadan M
from Mumbai
12 years ago

Very nice. Manas keep writing... i hope ur reading Madhushala adn Premchand :)